ADHUNIK HINDI KAVYA

ADHUNIK HINDI KAVYA

Overview

 

 

 

पाठ्यक्रम परिचय (एम.एच.डी.-02 : ‘आधुनिक हिंदी काव्य’) एम.ए.(हिंदी) प्रथम वर्ष का यह पाठ्यक्रम ‘आधुनिक हिंदी काव्य’के अध्ययन पर आधारित है । अध्ययन हेतु निर्धारित 8 क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम भारतेन्दु युग से लेकर समकालीन कविता तक के महत्वपूर्ण तथा प्रतिनिधि कवियों पर केन्द्रित है । यह पाठ्यक्रम 80 वीडियो कार्यक्रमों तथा सहायक अध्ययन सामग्री में विभाजित किया गया है। इस पाठ्यक्रम में आप नवजागरण काव्य के अंतर्गत भारतेंदु हरिश्चंद्र और मैथिलीशरण गुप्त की कविता का अध्ययन करेंगी/करेंगे । छायावादी काव्य के अंतर्गत जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा की कविताओं का अध्ययन निर्धारित है । छायावादोत्तर तथा प्रगतिशील काव्य के अंतर्गत आप रामधारी सिंह ‘दिनकर’, नागार्जुन, मुक्तिबोध और धूमिल से सम्बंधित अध्ययन करेंगी/करेंगे । नई कविता के प्रमुख कवियों-अज्ञेय, शमशेर बहादुर सिंह, रघुवीर सहाय और श्रीकांत वर्मा की निर्धारित कविताओं का अध्ययन भी इस पाठ्यक्रम में सम्मिलित है । इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से आप आधुनिक हिंदी कविता के विकास के चरणों तथा प्रमुख कवियों का ज्ञान प्राप्त करेंगी/करेंगे, साथ ही विभिन्न कालखण्डों की प्रमुख काव्य प्रवृत्तियों और काव्यगत विशेषताओं से भी परिचित होंगी/होंगे ।Course Credit – 8

Syllabus

Course layout

Week -1
(नवजागरण काव्य -1)
इकाई 1: भारतेंदु हरिश्चन्द्र का काव्यWeek -2
(नवजागरण काव्य -2)इकाई-2 :मैथिलीशरण गुप्त का काव्यWeek – 3
(नवजागरण काव्य -3)इकाई-3भारतेंदुहरिश्चन्द्रऔर मैथिलीशरण गुप्तकीकाव्य-भाषा और शिल्प (खड़ी बोली के विकास के सन्दर्भ में)Week – 4
(छायावादी काव्य -1)इकाई-4 : जयशंकर प्रसाद के काव्य में राष्ट्रीयचेतना की विशिष्टता और आधुनिक भावबोधइकाई-5 :. जयशंकर प्रसाद की भाषा और काव्य-शिल्पWeek – 5
(छायावादी काव्य -2)इकाई-6 : सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ के काव्य का वैचारिक आधारइकाई-7 : सूर्यकांतत्रिपाठी ‘निराला’ के काव्य में प्रयोगशीलता की दिशाएंइकाई-8 : राम की शक्तिपूजा : एक पाठावलोकनWeek – 6
(छायावादी काव्य -3) इकाई-9 : महादेवी वर्मा की काव्य संवेदनाइकाई-10 : महादेवी वर्मा की प्रतीक योजनाWeek – 7
(छायावादी काव्य -4)इकाई-11 :सुमित्रानंदन पंत की काव्य-यात्रा के विविध चरणइकाई-12 :सुमित्रानंदन पंत का काव्य-शिल्प : भाषा और शैलीWeek – 8
(छायावादोत्तर काव्य)इकाई-13 :दिनकर के काव्य की अंतर्धाराएँWeek – 9
(प्रगतिशील काव्य-1)इकाई-14 :नागार्जुन के काव्य में संवेदना के रूपइकाई-15 :नागार्जुन काव्य का रचना-विधानWeek – 10
(प्रगतिशील काव्य-2)इकाई-16 :मुक्तिबोध का जीवन दर्शन और काव्य दृष्टिइकाई-17 :मुक्तिबोध का काव्य शिल्प: फैंटेसी के संदर्भ मेंWeek – 11
(प्रगतिशील काव्य-३)
इकाई-18 :अंधेरे मे कविता का विश्लेषण
Week – 12
(साठोत्तरी हिंदी कविता)
इकाई-19 :धूमिल
Week – 13
(नयी कविता -1)
इकाई-20 :अज्ञेय के काव्य में आधुनिक भाव-बोध
इकाई-21 :अज्ञेय : काव्यभाषा और काव्यशिल्पWeek – 14
(नयी कविता -2)
इकाई-22 :शमशेर काव्य की विचार-भूमि
इकाई-23 :शमशेर का काव्य : संवेदना और शिल्पWeek – 15
(समकालीन कविता -1)इकाई-24 :अपने समय के आर-पार देखता कवि : रघुवीर सहायइकाई-25 :रघुवीर सहाय का काव्य शिल्पWeek – 16
(समकालीन कविता -2)इकाई-26 :श्रीकांत वर्मा और उनकी कविता

Taught by

प्रो. सत्यकाम



Leave a Reply